" कुछ "पर ~~~~~
A B/W pic from Pt. Narendra Sharmaji's 60 th B -day & his hand written post cards
" कुछ " पर ~~~~~ ये भी ~~~
" बहुत कुछ ऐसा ,
समय के साथ जाता है ना आता,
किँतु कुछ है, ना कुछ जैसा ,
जो ना बिस्ररेगा बिसारे
जब ना हम तन मेँ रहेँगे,
रहेँगे मन मेँ तुम्हारे
भूल कर , हर भूल ,
हमको, भूलना मत प्राण ~ प्यारे ! "
[ स्व. पँ. नरेन्द्र शर्मा ]
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