Saturday, February 17, 2007
About Me
- Name: लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`
In the Infinite space & Time...I'm but a petal of a flower, a drop in the Ocean. SONGS are those ANGEL's sound that Unite US with the Divine. कई चित्र मूलतः मेरे नहीं है, मुझे इस के मूल चित्रकार के बारे में ज्ञात नहीं है, यदि आप इसके मूल चित्रकार हैं तो अपने बारे में बताएं, मैं स्त्रोत के रुप में आपका उल्लेख कर दूँगी यदि आपको इस लेख के प्रकाशन पर आपत्ति है तो कृपया प्रमाण सहित बताइए मैं इस को हटा दूँगी (Rest of my Text + all material is copy righted under USA laws )
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4 Comments:
मैं प्रणाम करता हूँ!!!
हाँ मैडम,जब हमारे पूर्वज कुछ इस तरह का कर के जाते हैं तो गर्व से सर उँचा रहता है…पर जिम्मेदारियाँ भी उसी तरह कंधों पर आ जाती हैं और जिसप्रकार आपने वह निभाया है…वह अपने-आप में एक दृष्टांत है…बहुत सुंदर और सजीला चित्र है ये सभी और तब की सृजनता का प्रतीक भी…।
बहुत अच्छा किया मैं तो मुग्ध हो गया…।
Pictures and paintings both look majestic. Pranam to Ammaji.
-Harshad Jangla
दीव्याभ, जी,
जो चीज सुँदर है, वह मन पर अवश्य घर कर जाती है -
चित्र हो या गीत या शख्शियत !
धन्यवाद आपकी टिप्पणी के लिये -
अम्मा की चित्रकला , पापाजी की कविताओँ की तरह शानदार थी -
उनकी सँतान होना मेरे लिये बडे गर्व व आनँद की बात है -
आगे की पीढी को भी इससे अवगत करवाना ये भी एक बडा उत्तरदायित्व है
स - स्नेह,
लावण्या
Harshad bhai,
I thank you for your heartfelt Pranams to Amma -
Rgds,
L
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