Sunday, April 22, 2007
About Me
- Name: लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`
In the Infinite space & Time...I'm but a petal of a flower, a drop in the Ocean. SONGS are those ANGEL's sound that Unite US with the Divine. कई चित्र मूलतः मेरे नहीं है, मुझे इस के मूल चित्रकार के बारे में ज्ञात नहीं है, यदि आप इसके मूल चित्रकार हैं तो अपने बारे में बताएं, मैं स्त्रोत के रुप में आपका उल्लेख कर दूँगी यदि आपको इस लेख के प्रकाशन पर आपत्ति है तो कृपया प्रमाण सहित बताइए मैं इस को हटा दूँगी (Rest of my Text + all material is copy righted under USA laws )
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8 Comments:
चित्र और रचना-दोनों बढ़िया.
धन्यवाद समीर भाई !
स -स्नेह,
लावन्या
स स्नेह,
लावण्या
Lavanyaji
Wish Ghoonghroo could speak...
Plenty of stories would be unfolded.....
Nice poem.
Rgds.
मैडम चरणस्पर्श,
नये देश नये रास्तों पर पहले पहल चलना कठीन जान पड़ रहा है इसकारण थोड़ा व्यस्त हूँ…।
बहुत याद कर रहा था आपको और आपकी उत्कृष्टतम रचनाओं को…।
क्या बात कही है…जैसे चित्र हैं वैसे ही उसकी अहसास भरी शाब्दिक व्यंजना…।
अपने ब्लाग पर भी कुछ लिखा है…बहुत दिनों बाद आपके आशीर्वाद की प्रतिक्षा है…।
Harshad bhai,
IF the Ghoonghroos could Utter they surely would SING & Reveal
all the RAAZ :)
Very true !!
Rgds,
L
दीव्याभ,
गहरी सम्वेदना रखते हो -
काश जीवन के श्याम धवल के साथ इन्द्रधनुषी रँगोँ को भी जीयोगे तब
जीवन पूर्ण रुपेण परिपूर्ण हो जायेगा !
जीवन यात्रा का हर नया मोड नई उर्जा माँगता है जब मेहनत व लगन से सार्ता काट लोगे तब मुडकर देखने पर
सम्तोष ही होगा - मेरे आशिष सदेव साथ हैँ -
आपके स्नेह व सद्`भाव के लिये कृतार्थ हूँ
अस्तु, स्नेह व आशिष भेज रही हूँ !
-- लावण्या
lekh padhna toh yahan ek aadat ho gayi..jo chut sakti hai...per aapke geet...wah!dil kush ho jaata hai,aur fir bhaiya ne bilkul sahi kaha hai...
pranam!
aditi,
bahot aabhar aapka ...mere geet pasand aate hain sun ker khushee huee ..
sa sneh,
lavanya
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